Guroor
Guroor.... 1. आसमान क्या छत को भी गुरूर था अपनी ऊंचाई पर.... हमने एक और तला बनाकर उसे भी फर्श कर दिया. 2. कुछ ऐसा कर जाओ कुछ ऐसा कर जाओ .. की फर्श पर बैठने को लोग बड़प्पन कहें ना की औकात. Maa Tum galat kaise ho sakti ho Barish:poem on rain 3. मैं शौक दवा का रखती हूं बीमार थोड़ी हूं.... वो चाहते हैं रोज मिले उनसे अखबार थोड़ी हूं. 4. कितना भी संभाल के रख लो फिसलता जरूर है.... यह वक्त है साहब बदलता जरूर है. 5. आग लगाते भी हो और आग से डरते भी हो.... आग लगाता हूं कि दिल में रोशनी हो और डरता हूं कि कहीं लोग तमाशा ना देख ले. Ek baar phir.... 6. अब आप सामने है तो कुछ भी नहीं है याद.... पर आपसे कुछ हमें कहना जरूर था. 7. जैसी करनी वैसी भरनी ना माने तो करके देख.... जन्नत भी है दोजत भी है ना माने तो मर के देख. Heart broken status 8. उसे प्यार करना नहीं आता मुझे प्यार के सिवा कुछ नहीं आता.... जिंदगी जीने के दो ही तरीके एक उसे